uidai– भारत सरकार ने इलेक् ट्रॉनिकी एवं सूचना प्रौद्योगिकी मंत्रालय (एमईआईटीवाई) के तहत 12 जुलाई, 2016 को भारतीय विशिष् ट पहचान प्राधिकरण (uidai) को एक सांविधिक प्राधिकरण बनाया,
uidai ने भारत के सभी निवासियों को “आधार” नामक विशिष् ट पहचान संख् या (UID) देने का उद्देश्य रखा था, ताकि आईडी (1) दोहरी और फर्जी पहचान को दूर कर सके और (2) उसे आसानी से और कम खर्च में सत् यापित और प्रमाणित कर सके। 31 मार्च, 21 तक की स्थिति के अनुसार, भारत के नागरिकों को कुल 128.99 करोड़ आधार नंबर दिए गए हैं।
उद्देश्य
भारत के नागरिकों को एक विशिष्ट डिजिटल प्लेटफार्म और पहचान के साथ सशक्त बनाना, जो कभी भी, कहीं भी सत्यापित किया जा सकता है।
लक्छ
- एक विशिष्ट पहचान संख्या देकर भारत के नागरिकों को सुशासन, सहायता, लाभों और सेवाओं का प्रभावी, पारदर्शी और लक्षित प्रदान करना, जिनके लिए भारत की समेकित निधि से खर्च किया गया है।
- भारत के नागरिकों को आधार नंबर देने की नीति, प्रक्रिया और व्यवस्था बनाना, ताकि वे नामांकन प्रक्रिया के दौरान अपनी जनसांख्यिकीय और बायोमेट्रिक जानकारी दे सकें।
- आधार धारकों की डिजिटल पहचान को अद्यतन और अधिप्रमाणन करने के लिए नीति, प्रक्रिया और प्रणाली बनाना।
- तकनीक की उपलब्धता, मापनीयता और प्रतिरोध क्षमता सुनिश्चित करना